भोपाल में एक मुस्लिम गिरोह का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें फरहान नामक आरोपी ने पुलिस पूछताछ में कहा — “ज्यादा से ज्यादा हिंदू लड़कियों को निशाना बनाना हमारे लिए सवाब और फख्र की बात है, हमें अपने काम पर कोई पछतावा नहीं है।”

पुलिस पूछताछ में आरोपी फरहान ने चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि उसने जो किया, वह उसे ‘सवाब’ यानी भलाई का काम लगता है और उसे अपने कृत्य पर कोई पछतावा नहीं है।
आजतक से बातचीत में भोपाल पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में अब तक 5 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि हर एफआईआर में एक नाम लगातार सामने आ रहा है — और वह नाम है फरहान। पुलिस का कहना है कि फरहान ही इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड है, जो सुनियोजित तरीके से काम करता था।
पुलिस अधिकारियों को सबसे ज्यादा हैरानी तब हुई जब फरहान ने पूछताछ के दौरान जो बातें बताईं, उससे वे भी सन्न रह गए।
फरहान ने बताया कि उसे अपने काम पर कोई शर्म या पछतावा नहीं है, बल्कि वह इसे धार्मिक रूप से पुण्य का कार्य मानता है।
पुलिस पूछताछ में फरहान ने खुलासा किया कि कॉलेज के दिनों में उसने अपने जैसे कुछ हमउम्र मुस्लिम लड़कों का एक ग्रुप बनाया था।
इस गिरोह का एक सख्त नियम था — केवल हिंदू लड़कियों से ही दोस्ती या प्रेम संबंध बनाना। किसी भी सदस्य को मुस्लिम लड़की से प्रेम संबंध बनाने की अनुमति नहीं थी।
एक बार जब हिंदू लड़की से प्रेम संबंध स्थापित हो जाते, तो उन्हें हुक्का लाउंज, पब या किराए के फ्लैट्स पर बुलाया जाता। वहां उन्हें नशा देकर शारीरिक संबंध बनाए जाते और उसका वीडियो रिकॉर्ड किया जाता था।
बाद में इन्हीं वीडियो के जरिये लड़कियों को ब्लैकमेल करके अन्य युवतियों को फंसाने के लिए मजबूर किया जाता था।
फरहान ने बताया कि वह और उसके साथी खासतौर पर उन लड़कियों को निशाना बनाते थे जो पढ़ाई के लिए अपने घर-गांव से बाहर भोपाल आई थीं।
क्योंकि ऐसी लड़कियों पर पारिवारिक निगरानी कम होती थी, इसलिए उन्हें दोस्ती में फांसना आसान होता था।
फरहान ने अपने कृत्य को पुण्य का कार्य बताते हुए किसी भी तरह का पछतावा न होने की बात कबूल की।
पुलिस अधिकारी इस बात से हैरान रह गए कि आरोपी ने गिरोह बनाकर सुनियोजित तरीके से काम किया।
गिरोह में यह सख्त नियम था कि केवल हिंदू लड़कियों को ही निशाना बनाया जाएगा।
शिकार बनाई गई लड़कियों को नशा देकर उनके साथ दुष्कर्म किया जाता और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया जाता।
फरहान और उसके साथी बाहर से आई लड़कियों को टारगेट करते थे क्योंकि उन्हें फंसाना आसान होता था।