लीजेंड ब्रायन लारा यह रिकॉर्ड डिजर्व करते हैं’, 400 रन बनाने से पहले पारी घोषित करने पर बोले वियान मुल्डर

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वियान मुल्डर ने ब्रायन लारा के रिकॉर्ड को क्यों नहीं तोड़ा? दक्षिण अफ्रीकी कप्तान का बड़ा फैसला क्रिकेट इतिहास में चर्चा का विषय बन गया

बुलावायो टेस्ट 2025: अफ्रीका के खिलाफ जिम्बाब्वे के क्वींस स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर चल रहे टेस्ट मैच में एक ऐतिहासिक मौका सामने आया.

लेकिन इसे भुनाने की बजाय अफ्रीकी कप्तान वियान मुल्डर ने ऐसा फैसला लिया, जिसने खेल भावना, आदर्श और व्यक्तिगत सम्मान की मिसाल पेश की।

मुल्डर ने टेस्ट क्रिकेट की एक अविश्वसनीय पारी खेली। उन्होंने 367 रन की नाबाद पारी खेली और ब्रायन लारा के 400 रनों के ऐतिहासिक रिकॉर्ड* के बेहद करीब पहुंच गए थे। फिर भी, उन्होंने पारी घोषित कर दी और इतिहास रचने का मौका खुद ही छोड़ दिया।


वियान मुल्डर का फैसला – एक नई परिभाषा

क्रिकेट फैंस इस बात को लेकर स्तब्ध थे कि आखिर वियान मुल्डर ने 400 रन के इतने नज़दीक पहुंचकर भी पारी क्यों घोषित की? उनका जवाब दिल छू जाने वाला है।

“ब्रायन लारा एक लीजेंड हैं, और उनका रिकॉर्ड उसी स्तर के खिलाड़ी के पास रहना चाहिए। मैं उन्हें सम्मान देना चाहता था।” – वियान मुल्डर



दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने कहा कि अगर उन्हें फिर से इस रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका मिले, तो भी वे यही निर्णय लेंगे। यह सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक खिलाड़ी का दूसरे दिग्गज को दिया गया श्रद्धांजलि स्वरूप है।

क्रिकेट से बड़ा बन गया यह फैसला

वियान मुल्डर की इस सोच ने सोशल मीडिया पर क्रिकेट प्रेमियों और दिग्गजों को भावुक कर दिया है। जहाँ आजकल खिलाड़ी रिकॉर्ड्स और आंकड़ों की होड़ में रहते हैं, वहीं मुल्डर ने “टीम फर्स्ट” और “लीजेंड को सम्मान” जैसे मूल्यों को प्राथमिकता दी।

लंच तक स्कोर:

दक्षिण अफ्रीका – 626/5

मुल्डर – 367* (नाबाद)

पारी घोषित




ब्रायन लारा का रिकॉर्ड क्या है?

2004 में इंग्लैंड के खिलाफ एंटीगुआ में ब्रायन लारा ने नाबाद 400 रन बनाए थे, जो आज भी टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। इस रिकॉर्ड को 21 साल बाद भी कोई नहीं तोड़ सका है।


मुल्डर ने क्यों नहीं बनाया रिकॉर्ड?

1. ब्रायन लारा को सम्मान देना चाहते थे।


2. टीम को जीत की ओर ले जाना प्राथमिकता थी।


3. उन्हें लगा कि टीम के पास पर्याप्त रन हैं।


4. शुकरी कॉनराड (कोच) से बात करने के बाद भी यही निष्कर्ष निकला।



“मैंने कोच से बात की और हम दोनों को लगा कि अब गेंदबाज़ी का समय है।”




भावनाओं से भरी पारी

वियान मुल्डर ने मैच के बाद कहा कि उन्हें मानसिक रूप से काफी संघर्ष करना पड़ा।
उन्होंने बताया:

“मैंने खुद पर ध्यान केंद्रित किया, जूतों को देखा, और गाने गुनगुनाता रहा।”
“मुझे पता ही नहीं चला कि मैं कब 312 तक पहुंच गया।”



उन्होंने आगे बताया कि एक साथी खिलाड़ी ने नाश्ते के समय बताया था कि 277 रन किसी डेब्यू कप्तान का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है, जिससे उन्हें और आत्मविश्वास मिला।


मैच की स्थिति: एकतरफा दबदबा

द. अफ्रीका पहली पारी: 626/5 (पारी घोषित)

जिम्बाब्वे पहली पारी: 170 ऑलआउट

प्रेनेलन सुब्रायन – 4/42


जिम्बाब्वे दूसरी पारी (स्टंप्स तक): 51/1

अभी भी 405 रन पीछे



मुल्डर ने शानदार कप्तानी करते हुए फॉलोऑन लागू किया।



मुल्डर ने दिल जीत लिया

जहां एक ओर विश्व रिकॉर्ड तोड़ने का सपना हर खिलाड़ी देखता है, वहीं वियान मुल्डर ने इसे छोड़कर स्पोर्ट्समैनशिप का एक नया अध्याय लिखा है। उन्होंने दिखाया कि क्रिकेट केवल स्कोर नहीं, बल्कि संवेदनाओं, चरित्र और सम्मान का खेल है।

ब्रायन लारा का रिकॉर्ड अभी भी बरकरार है — लेकिन मुल्डर का नाम अब क्रिकेट इतिहास में एक अनूठे सम्मान और आदर्श के प्रतीक के रूप में याद रखा जाएगा।



क्या आपको लगता है कि मुल्डर को रिकॉर्ड तोड़ना चाहिए था?
नीचे कमेंट में अपनी राय जरूर बताएं!

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