94 साल के शेयर किंग ने बर्कशायर को कहा अलविदा।

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94 साल के वॉरेन बफे ने बर्कशायर हैथवे को कहा अलविदा, ग्रेग एबेल होंगे उत्तराधिकारी



दुनिया के सबसे सफल निवेशकों में गिने जाने वाले 94 वर्षीय वॉरेन बफे ने शनिवार को ऐलान किया कि वह साल के अंत तक बर्कशायर हैथवे के सीईओ पद से सेवानिवृत्त हो जाएंगे। उन्होंने यह घोषणा ओमाहा में आयोजित कंपनी की वार्षिक शेयरधारक बैठक में की।

बफे ने बताया कि उनके उत्तराधिकारी बर्कशायर के वाइस चेयरमैन ग्रेग एबेल होंगे। 60 साल से अधिक समय तक बर्कशायर का नेतृत्व करने के बाद बफे का यह फैसला एक युग के अंत जैसा माना जा रहा है।

बफे ने कहा, “मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि ग्रेग साल के अंत में कंपनी के सीईओ बन जाएं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे अब भी कुछ मामलों में योगदान दे सकते हैं, लेकिन अंतिम निर्णय का अधिकार ग्रेग एबेल के पास होगा।

उन्होंने बताया कि इस फैसले की जानकारी बर्कशायर के अधिकांश निदेशक मंडल को पहले नहीं थी, हालांकि उनके दो बच्चे, जो बोर्ड में शामिल हैं,

पहले से इस योजना से अवगत थे। आने वाले समय में इस बदलाव पर बोर्ड की औपचारिक बैठक भी होगी।

2018 से बर्कशायर के उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत एबेल को 2021 में ही बफे का संभावित उत्तराधिकारी घोषित कर दिया गया था।

घोषणा के बाद दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं आईं। जेपी मॉर्गन चेस के सीईओ जेमी डिमन ने कहा, “वॉरेन बफे अमेरिकी पूंजीवाद और देश की श्रेष्ठता के प्रतीक हैं।” वहीं, एप्पल के सीईओ टिम कुक ने एक्स पर लिखा,

वॉरेन जैसा कोई नहीं।

उनकी बुद्धिमत्ता ने अनगिनत लोगों को प्रेरित किया है, और उन्हें जानना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य रहा है।”

ग्रेग एबेल ने भी अपनी जिम्मेदारी को लेकर कहा, “हम बर्कशायर का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं और आगे की यात्रा के लिए प्रतिबद्ध हैं।”



एक असफल कपड़ा कंपनी से 1.16 ट्रिलियन डॉलर का साम्राज्य



वॉरेन बफे ने बर्कशायर को एक डूबती हुई कपड़ा कंपनी से 1.16 ट्रिलियन डॉलर के विशाल साम्राज्य में बदल दिया, जिसका व्यापार अमेरिका भर में फैला है। फोर्ब्स के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति 168.2 अरब डॉलर है।

बर्कशायर के शेयर नहीं बेचेंगे

वॉरेन बफे ने 94 साल की उम्र में बर्कशायर हैथवे के सीईओ पद से साल के अंत तक सेवानिवृत्त होने की घोषणा की।

उन्होंने अपने उत्तराधिकारी के रूप में कंपनी के वाइस चेयरमैन ग्रेग एबेल का नाम लिया।

बफे का यह फैसला उनके 60 वर्षों के ऐतिहासिक नेतृत्व के एक युग के अंत का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि बर्कशायर के शेयरों को बेचने का कोई इरादा नहीं है और ज्यादातर शेयर मृत्यु के बाद दान किए जाएंगे।



बफे ने बर्कशायर को एक असफल कपड़ा कंपनी से 1.16 ट्रिलियन डॉलर के विशाल साम्राज्य में बदला।






बफे ने साफ किया कि उनका बर्कशायर के शेयर बेचने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके अधिकांश शेयर मृत्यु के बाद दान कर दिए जाएंगे।

उन्होंने यह भी कहा, “प्रत्येक शेयर को रखने का निर्णय एक आर्थिक सोच का हिस्सा है, क्योंकि मुझे पूरा भरोसा है कि ग्रेग के नेतृत्व में बर्कशायर की संभावनाएं मेरे समय से बेहतर होंगी।”

FAQs

Q: वॉरेन बफे ने कब रिटायरमेंट की घोषणा की?
A: उन्होंने 2025 में बर्कशायर हैथवे की वार्षिक बैठक के दौरान घोषणा की कि वे साल के अंत तक सीईओ पद से सेवानिवृत्त हो जाएंगे।

Q: उनके उत्तराधिकारी कौन होंगे?
A: ग्रेग एबेल, जो वर्तमान में बर्कशायर के वाइस चेयरमैन हैं, बफे की जगह सीईओ बनेंगे।

Q: वॉरेन बफे ने बर्कशायर में कितना समय बिताया?
A: उन्होंने लगभग 60 वर्षों तक बर्कशायर हैथवे का नेतृत्व किया।

Q: क्या वॉरेन बफे बर्कशायर के शेयर बेचेंगे?
A: नहीं, उन्होंने कहा है कि वे अपने शेयर नहीं बेचेंगे और मृत्यु के बाद उन्हें दान कर दिया जाएगा।

Q: बर्कशायर हैथवे को बफे ने कैसे बदल दिया?
A: उन्होंने एक असफल कपड़ा कंपनी को 1.16 ट्रिलियन डॉलर के वैश्विक समूह में तब्दील कर दिया।

Q: क्या वॉरेन बफे बर्कशायर हैथवे से पूरी तरह अलग हो रहे हैं?
A: नहीं, उन्होंने कहा है कि वे अब भी सलाह देने जैसे मामलों में योगदान कर सकते हैं, लेकिन निर्णय लेने की अंतिम जिम्मेदारी ग्रेग एबेल की होगी।

Q: ग्रेग एबेल को कब उत्तराधिकारी घोषित किया गया था?
A: वर्ष 2021 में उन्हें औपचारिक रूप से बफे का संभावित उत्तराधिकारी घोषित किया गया था।

Q: वॉरेन बफे की कुल संपत्ति कितनी है?
A: फोर्ब्स के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति लगभग 168.2 अरब डॉलर है।

Q: उद्योग के लोगों ने इस फैसले पर क्या प्रतिक्रिया दी?
A: जेमी डिमन (जेपी मॉर्गन) और टिम कुक (एप्पल) समेत कई दिग्गजों ने बफे की सराहना करते हुए उन्हें प्रेरणास्रोत बताया।

Q: क्या इस बदलाव से बर्कशायर हैथवे की रणनीति में बदलाव आएगा?
A: बफे का मानना है कि ग्रेग एबेल के नेतृत्व में कंपनी और बेहतर प्रदर्शन करेगी, लेकिन मूल सिद्धांतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।

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