स्पर्म को कैसे बढाये?How to increse sperm

स्पर्म count

बिलकुल! चलो अब इन उपायों को एक-एक करके विस्तार से समझते हैं ताकि तुम्हें अच्छे से समझ में आए कि किस चीज़ का क्या असर होता है।


रोज़ सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पियो

गुनगुना पानी पीने से पेट साफ़ होता है, टॉक्सिन बाहर निकलते हैं, और शरीर हल्का महसूस करता है। इससे हार्मोन का संतुलन बेहतर होता है, जो वीर्य उत्पादन में मदद करता है।

तुलसी के पत्ते चबाओ

तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को डिटॉक्स करते हैं और पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन को संतुलित रखने में मदद करते हैं। रोज़ 4-5 पत्ते चबाना फायदेमंद होता है।



दूध में अश्वगंधा मिलाकर पियो



अश्वगंधा एक शक्तिवर्धक जड़ी-बूटी है जो स्पर्म काउंट, क्वालिटी और सेक्स पावर बढ़ाने में मदद करती है। एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर गर्म दूध में मिलाकर पीओ।
खजूर खाओ

खजूर में भरपूर मात्रा में फाइबर, पोटैशियम और प्राकृतिक शुगर होती है जो शरीर को ऊर्जा देती है और सेक्स स्टैमिना को बढ़ाती है।

लहसुन की एक कली रोज़ खाली पेट खाओ

लहसुन एक नेचुरल एंटीबायोटिक है और यह रक्त संचार को ठीक करता है। वीर्य को गाढ़ा और शक्तिशाली बनाता है।

रोज़ाना व्यायाम करो

नियमित एक्सरसाइज करने से टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ता है, जो स्पर्म बनने की प्रक्रिया को तेज करता है।

हफ्ते में कम से कम 5 दिन चलो या दौड़ो

चलना या दौड़ना शरीर की गर्मी को बैलेंस करता है और प्रजनन अंगों में रक्त प्रवाह बेहतर करता है, जिससे वीर्य मजबूत होता है।

योगा करो, खासकर ‘भुजंगासन’ और ‘सर्वांगासन’

ये योगासन नाभि क्षेत्र को एक्टिव करते हैं, जिससे शुक्राणु उत्पादन में सुधार आता है। साथ ही शरीर और मन में शांति आती है।



मोबाइल और लैपटॉप को ज़्यादा गोद में मत रखो

स्पर्म count



मोबाइल और लैपटॉप से निकलने वाली गर्मी और रेडिएशन अंडकोष को नुकसान पहुँचा सकती है, जिससे स्पर्म काउंट कम होता है।



जांघों के पास गर्मी ज़्यादा मत होने दो



अंडकोष को थोड़ा ठंडा रखना चाहिए क्योंकि अत्यधिक गर्मी स्पर्म प्रोडक्शन को रोकती है। इसलिए बहुत टाइट कपड़े और लंबे समय तक बाइकिंग मत करो.

ज़्यादा टाइट अंडरवियर मत पहनो

टाइट अंडरवियर पहनने से अंडकोष पर दबाव पड़ता है और अंदर की गर्मी बढ़ती है, जिससे शुक्राणु मर सकते हैं या बनने की गति धीमी हो सकती है। ढीले और सूती अंडरवियर सबसे अच्छे होते हैं।


बीड़ी, सिगरेट और शराब छोड़ दो

इन चीज़ों में ऐसे केमिकल होते हैं जो स्पर्म की संख्या, क्वालिटी और गतिशीलता को नुकसान पहुँचाते हैं। धूम्रपान से शुक्राणु की डीएनए क्वालिटी भी खराब होती है।



दिमाग़ को शांत रखो, स्ट्रेस से वीर्य कम होता है



तनाव लेने से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है जो टेस्टोस्टेरोन को कम करता है। इससे स्पर्म काउंट पर बुरा असर पड़ता है।

ध्यान (Meditation) रोज़ 10 मिनट करो

मेडिटेशन दिमाग को शांत करता है, हार्मोन बैलेंस करता है और प्रजनन प्रणाली को बेहतर बनाता है। रोज़ थोड़ी देर शांति में बैठो और गहरी सांसें लो।

हफ्ते में 2-3 बार बादाम खाओ

बादाम में विटामिन E और ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं जो वीर्य की गुणवत्ता बढ़ाते हैं और उसे ज्यादा ताकतवर बनाते हैं।

काजू और अखरोट भी बढ़िया होते हैं

ये मेवे शुक्राणुओं की गतिशीलता (motility) को बढ़ाते हैं और उनमें ऊर्जा लाते हैं। हफ्ते में 3-4 दिन 4-5 नग खा सकते हो।

देसी घी रोज़ के खाने में शामिल करो

देसी गाय का घी शरीर को अंदर से मजबूत करता है, टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ाता है और स्पर्म को गाढ़ा बनाता है।

सफेद मूसली का सेवन करो

यह एक जानी-मानी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो स्पर्म बढ़ाने और यौन शक्ति मजबूत करने के लिए इस्तेमाल होती है। इसे दूध में मिलाकर लिया जाता है।

खाने में हरी सब्ज़ियाँ ज़रूर रखो

हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे पालक, मेथी, सहजन आदि में फोलिक एसिड होता है जो स्पर्म हेल्थ के लिए जरूरी है।

दही और छाछ पीते रहो

दही और छाछ से पाचन ठीक रहता है, जिससे शरीर पोषण को अच्छी तरह ग्रहण कर पाता है और स्पर्म बनने की प्रक्रिया को सपोर्ट मिलता है।

ठीक है, चलो फिर आज ही पूरे 100 पॉइंट्स का विस्तार से समझ लेते हैं – धीरे-धीरे करके, ताकि सब अच्छे से समझ में आ जाए। अब 21 से 30 तक के पॉइंट्स को डिटेल में देखते हैं:


नींद पूरी लो, कम से कम 7-8 घंटे

पूरा आराम लेने से शरीर के सभी अंग अच्छे से काम करते हैं, खासकर हार्मोन का संतुलन सही रहता है। नींद कम लेने से टेस्टोस्टेरोन कम हो जाता है।

दिन में नींद ज़्यादा मत लो

दिन में ज़्यादा देर सोने से शरीर सुस्त हो जाता है, और रात की नींद खराब होती है। नींद का रूटीन गड़बड़ाने से वीर्य उत्पादन पर असर पड़ता है।

टीवी और मोबाइल कम देखो

इनसे निकलने वाली रेडिएशन और ज्यादा देर स्क्रीन टाइम से नींद पर असर पड़ता है, हार्मोन गड़बड़ होते हैं, जिससे स्पर्म हेल्थ पर असर पड़ता है।


मानसिक उत्तेजना से दूरी रखो

पॉर्न जैसी चीज़ों से बार-बार उत्तेजना होती है जिससे बार-बार वीर्य निकलने की आदत लग जाती है। इससे स्पर्म रिज़र्व कमजोर हो जाता है।

ज़रूरत से ज़्यादा हस्तमैथुन मत करो

हफ्ते में 2-3 बार तक ठीक है, पर रोज़ या दिन में कई बार करने से वीर्य पतला, कमज़ोर और सुस्त हो जाता है। शरीर में कमजोरी भी आ सकती है।


वीर्य को यूँ ही नष्ट मत होने दो

बिना वजह बार-बार वीर्य निकालना शरीर की ऊर्जा को बेकार करता है, क्योंकि वीर्य बनने में बहुत सारे पोषक तत्व लगते हैं।


पान, गुटखा, तंबाकू से दूर रहो

इनमें ऐसे केमिकल होते हैं जो स्पर्म की मात्रा और गुणवत्ता दोनों को नुकसान पहुँचाते हैं। ये शरीर में टॉक्सिन्स जमा करते हैं।

धूप में थोड़ी देर ज़रूर बैठो, विटामिन D मिलेगा

सूरज की रोशनी से मिलने वाला विटामिन D स्पर्म हेल्थ और टेस्टोस्टेरोन दोनों के लिए जरूरी है। रोज़ सुबह 15-20 मिनट धूप में बैठो।

लोहे और जस्ता (Zinc) वाले फूड खाओ

Zinc और आयरन स्पर्म को बनने और ज़िंदा रहने में मदद करते हैं। इसके लिए चना, तिल, मूंगफली, कद्दू के बीज खाओ।

अंजीर का सेवन बढ़ाओ

अंजीर फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। ये वीर्य को ताकत देता है और कामेच्छा को बढ़ाता है.



हर सुबह सूरज की रोशनी में बैठना शरीर को नैचुरल विटामिन D देता है, जो स्पर्म काउंट और सेक्स ड्राइव दोनों के लिए जरूरी है। अगर धूप नहीं मिलती तो विटामिन D सप्लीमेंट भी लिया जा सकता है, लेकिन डॉक्टर की सलाह से।

छोटे-छोटे ब्रेक लेकर दिन में थोड़ा चलना, सीढ़ियाँ चढ़ना या हल्की वॉकिंग करना शरीर को एक्टिव रखता है और टेस्टोस्टेरोन लेवल को संतुलित बनाए रखता है।

कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज, और अलसी के बीज में ज़िंक, सेलेनियम, और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भरपूर होते हैं जो स्पर्म क्वालिटी और गाढ़ापन बढ़ाते हैं। इन्हें सूखा भूनकर रोज़ थोड़ी मात्रा में खा सकते हो।

लौकी का जूस और आंवले का सेवन शरीर की गर्मी को शांत करता है, जिससे वीर्य गाढ़ा और टिकाऊ होता है। आंवला तो एक जबरदस्त एंटीऑक्सीडेंट है।

चने और मूंग जैसे अंकुरित अनाज खाने से शरीर को भरपूर प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स मिलते हैं। ये शरीर को अंदर से मज़बूत करते हैं और स्पर्म को ताकतवर बनाते हैं।

हल्दी वाला दूध, जिसे ‘गोल्डन मिल्क’ भी कहते हैं, संक्रमण से बचाव करता है और शरीर को डिटॉक्स करता है। रोज़ रात सोने से पहले एक गिलास हल्दी वाला दूध पीने की आदत डालो।

शुद्ध घी और नारियल तेल जैसे देसी फैट्स शरीर को ऊर्जा देते हैं और हार्मोन बनाने में मदद करते हैं। रिफाइंड तेल की जगह इन्हें इस्तेमाल करना शुरू करो।

सौंफ और मिश्री को चबाने से पाचन ठीक होता है और मुँह भी फ्रेश रहता है। इसके अलावा यह वीर्य में मिठास और खुशबू लाने में भी मदद करता है।

नारियल पानी शरीर को ठंडा रखता है, मिनरल्स से भरपूर होता है और स्पर्म को एनर्जी देता है। खासकर गर्मियों में इसे रोज़ पीना चाहिए।

तेज भूख लगना और सही समय पर खाना खाना भी जरूरी है, क्योंकि जो खाना शरीर में ठीक से नहीं पचेगा, वो वीर्य बनाने में मदद नहीं करेगा। पाचन की ताकत ही असली ताकत होती है.

घर में बना ताजा छाछ पीने से पाचन ठीक रहता है, और जब पेट सही रहेगा तो शरीर के सारे अंग—including अंडकोष—अच्छे से काम करेंगे। छाछ शरीर की गर्मी भी शांत करता है।

गाजर और शलगम का रस वीर्य को पोषण देता है, खासकर अगर इनमें थोड़ा शहद मिलाकर लिया जाए। यह कॉम्बिनेशन स्पर्म काउंट और सेक्स स्टैमिना दोनों में सुधार करता है।

भिंडी, सहजन (मुनगा), और परवल जैसी सब्ज़ियाँ वीर्यवर्धक मानी जाती हैं। इन्हें हफ्ते में 2-3 बार खाने से शरीर को गाढ़ा वीर्य बनाने के लिए ज़रूरी पोषण मिलता है।

बिना ज्यादा खट्टे और मसालेदार अचार या चटनी खाने से शरीर का अम्लीय (acidic) स्तर न बढ़े, क्योंकि अम्लीय शरीर में वीर्य कमजोर हो सकता है। संतुलन जरूरी है।

गुनगुने पानी से नहाना शरीर को रिलैक्स करता है, लेकिन बहुत ज्यादा गर्म पानी से न नहाओ क्योंकि उससे अंडकोष को नुकसान हो सकता है। हल्के गुनगुने पानी से नहाना सही रहेगा।

पुदीना और सौंठ (सूखी अदरक) का काढ़ा पाचन क्रिया को मज़बूत करता है और शरीर के अंदर की सफाई करता है, जिससे वीर्य बनने की क्षमता सुधरती है।

नींबू पानी या सादा जल में थोड़ा शहद और सेंधा नमक मिलाकर पीने से शरीर को जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स मिलते हैं। यह थकान भी दूर करता है और वीर्य को ताजगी देता है।

शतावरी एक जबरदस्त आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो हार्मोन संतुलन, स्पर्म क्वालिटी और प्रजनन स्वास्थ्य तीनों में फायदेमंद होती है। इसे दूध या चूर्ण के रूप में लिया जा सकता है।

जव (Barley) या जौ का सत्तू गर्मियों में ठंडक देता है और शरीर को गहराई से पोषण देता है। रोज़ दोपहर में सत्तू घोलकर पीने से शरीर की कमजोरी दूर होती है।

खट्टे फल जैसे मौसमी, संतरा, और कीवी विटामिन C से भरपूर होते हैं, जो स्पर्म को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं। ये फ्री रेडिकल्स को हटाते हैं और वीर्य को शक्तिशाली बनाते हैं।


लौंग और इलायची का सेवन थोड़ी मात्रा में करने से शरीर को गर्मी भी मिलती है और ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। इससे प्रजनन अंगों में जान आती है और वीर्य भी सक्रिय रहता है।

आँखों की रोशनी और वीर्य का आपस में गहरा संबंध होता है। अगर आँखों में थकान रहती है तो समझो वीर्य भी कमज़ोर है। इसलिए नींद पूरी लेना, ठंडे पानी से आँख धोना जरूरी है।

तांबे के लोटे में रात भर पानी भरकर सुबह उठते ही पीना शरीर को शुद्ध करता है और लिवर को दुरुस्त करता है। लिवर सही रहेगा तो हार्मोन भी बैलेंस रहेंगे।

शुद्ध मिश्री और काली मिर्च को पीसकर रोज़ सुबह गाय के दूध के साथ लेना वीर्य को गाढ़ा और ताकतवर बनाता है। यह नुस्खा पुराने समय में ब्रह्मचर्य पालन करने वालों का पसंदीदा था।

हफ्ते में एक बार तिल के लड्डू या तिल के चूर्ण का सेवन करने से शरीर को गर्मी और ताकत मिलती है, और वीर्य बनने की गति बढ़ती है।

बहुत देर तक बैठना भी शुक्राणुओं के लिए हानिकारक होता है। हर 1 घंटे में 5-10 मिनट खड़े होकर चलना-फिरना चाहिए ताकि नीचे के अंगों में ब्लड फ्लो बना रहे।

रोज़ 1 केला खाना बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें ब्रॉमिलेन नाम का एंजाइम होता है जो सेक्स हार्मोन को बढ़ाता है और स्पर्म की क्वालिटी सुधारता है।

मूंगफली और गुड़ का कॉम्बिनेशन शरीर में आयरन और प्रोटीन बढ़ाता है। यह देसी स्नैक वीर्य को मजबूती देने में बहुत असरदार होता है, खासकर सर्दियों में।

खजूर को दूध में उबालकर पीने से वीर्य गाढ़ा होता है और शरीर को फौरन ऊर्जा मिलती है। यह नुस्खा यौन दुर्बलता में भी कारगर है।

अदरक और शहद का मिश्रण पाचन ठीक करता है और शरीर की सूजन कम करता है। इससे स्पर्म बनने की प्रक्रिया तेज होती है और वीर्य को ताजगी मिलती है।

लौंग और इलायची का सेवन थोड़ी मात्रा में करने से शरीर को गर्मी भी मिलती है और ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। इससे प्रजनन अंगों में जान आती है और वीर्य भी सक्रिय रहता है।

sperm



आँखों की रोशनी और वीर्य का आपस में गहरा संबंध होता है। अगर आँखों में थकान रहती है तो समझो वीर्य भी कमज़ोर है। इसलिए नींद पूरी लेना, ठंडे पानी से आँख धोना जरूरी है।

तांबे के लोटे में रात भर पानी भरकर सुबह उठते ही पीना शरीर को शुद्ध करता है और लिवर को दुरुस्त करता है। लिवर सही रहेगा तो हार्मोन भी बैलेंस रहेंगे।

शुद्ध मिश्री और काली मिर्च को पीसकर रोज़ सुबह गाय के दूध के साथ लेना वीर्य को गाढ़ा और ताकतवर बनाता है। यह नुस्खा पुराने समय में ब्रह्मचर्य पालन करने वालों का पसंदीदा था।

हफ्ते में एक बार तिल के लड्डू या तिल के चूर्ण का सेवन करने से शरीर को गर्मी और ताकत मिलती है, और वीर्य बनने की गति बढ़ती है।

बहुत देर तक बैठना भी शुक्राणुओं के लिए हानिकारक होता है। हर 1 घंटे में 5-10 मिनट खड़े होकर चलना-फिरना चाहिए ताकि नीचे के अंगों में ब्लड फ्लो बना रहे।

रोज़ 1 केला खाना बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें ब्रॉमिलेन नाम का एंजाइम होता है जो सेक्स हार्मोन को बढ़ाता है और स्पर्म की क्वालिटी सुधारता है।

मूंगफली और गुड़ का कॉम्बिनेशन शरीर में आयरन और प्रोटीन बढ़ाता है। यह देसी स्नैक वीर्य बालकर पीने से वीर्य गाढ़ा होता है और शरीर को फौरन ऊर्जा मिलती है। यह नुस्खा यौन दुर्बलता में भी कारगर है।

अदरक और शहद का जन प्रक्रिया तेज होती है और वीर्य को ताजगी मिलेंगबिलकुल, अब 80 से 90 तक के घरेलू और नचुरल
छाया मट्ठा में कली मिर्च और सेंधा नमक मिलाकर पीने से शरीर ठंडा भी रहता है और पाचन भी दुरुस्त होता है। ये वीर्य को हल्का नहीं होने देता और गैस/अम्लता से बचाता है।

धूप से बचने के लिए हेलमेट या टोप पहनना ज़रूरी है, लेकिन लंबे समय तक बहुत टाइट अंडरवियर या जीन्स पहनने से अंडकोष में गर्मी बढ़ जाती है, जिससे स्पर्म मर सकते हैं।

जिन लोगों की नींद बार-बार टूटती है या बेचैनी होती है, उन्हें रात में गाय का दूध हल्दी या जायफल पाउडर के साथ पीना चाहिए। इससे दिमाग शांत होता है और वीर्य की ऊर्जा बचती है।


सुपारी, गुटखा, बीड़ी और शराब जैसी चीज़ें शरीर की वीर्य उत्पादन प्रणाली को धीमा कर देती हैं



सुपारी, गुटखा, बीड़ी और शराब जैसी चीज़ें शरीर की वीर्य उत्पादन प्रणाली को धीमा कर देती हैं। इनसे दूरी बनाए रखना बहुत जरूरी है।

दैनिक मल त्याग समय पर होना चाहिए। कब्ज़ होने से शरीर में टॉक्सिन्स जमा होते हैं जो वीर्य को दूषित करते हैं। त्रिफला चूर्ण या इसबगोल का इस्तेमाल कर सकते हो।

सेक्स या हस्तमैथुन के बाद एकदम ठंडा पानी न पियो, न ही तुरंत नहाओ। शरीर को पहले आराम देना चाहिए ताकि ऊर्जा धीरे-धीरे सामान्य हो।

शंखपुष्पी, ब्राह्मी और अश्वगंधा जैसी आयुर्वेदिक औषधियाँ मानसिक शांति और हार्मोन बैलेंस करने में मदद करती हैं। इन्हें डॉक्टर की सलाह से लो।

कुंडलिनी योग और प्राणायाम – जैसे अनुलोम-विलोम, कपालभाति – शरीर की नसों को ऊर्जा देते हैं और वीर्य संचय में बहुत सहायक होते हैं।

अक्सर गर्म चीजें (जैसे अदरक, लहसुन, गरम मसाले) और ठंडी चीजें (जैसे आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक) एक साथ खाना नुकसानदायक होता है। इससे शरीर का संतुलन बिगड़ता है।

वात-पित्त-कफ संतुलन बनाए रखना ज़रूरी है। अगर शरीर में वात ज़्यादा है तो वीर्य सूखता है, पित्त ज़्यादा है तो वीर्य जलता है, और कफ ज़्यादा है

गेंहू के जवारे (व्हीटग्रास) का रस शरीर को डीटॉक्स करता है और खून को साफ करता है, जिससे स्पर्म की गुणवत्ता सुधरती है। इसे हफ्ते में 2-3 बार पीने से फायदा मिलता है।

रोज़ाना थोड़ी मात्रा में किशमिश और मुनक्का गर्म दूध के साथ लेने से वीर्य में गाढ़ापन आता है और यौन कमजोरी दूर होती है। इसे रात में भिगोकर सुबह खा सकते हो।

ज्यादा मीठा और शक्कर से बनी चीज़ें खाने से शरीर में फैट बढ़ता है और हार्मोनल गड़बड़ी होती है। इससे स्पर्म कमजोर हो सकते हैं, इसलिए मीठा सीमित रखो।

भूख से ज़्यादा न खाओ, पेट हमेशा 75% तक ही भरना चाहिए। ओवरईटिंग से पाचन बिगड़ता है और जो खाना पोषण बनना चाहिए वो अपच बन जाता है।

शरीर को शुद्ध रखने के लिए सप्ताह में एक दिन हल्का उपवास या फलाहार रखना चाहिए। इससे शरीर की सफाई होती है और वीर्य की गुणवत्ता में सुधार आता है।

बिना भूख के खाना या बार-बार कुछ न कुछ खाते रहना पाचन को बिगाड़ता है, जिससे वीर्य बनने में रुकावट आती है। भूख लगने पर ही खाओ।

हर दिन थोड़ासा व्यायाम या योग करना जरूरी है, जैसे ताड़ासन, भुजंगासन, और पश्चिमोत्तानासन – ये शरीर में रक्त संचार बढ़ाते हैं और प्रजनन अंगों को एक्टिव रखते हैं।

दोपहर का खाना दिन का सबसे भारी और पौष्टिक भोजन होना चाहिए। रात को हल्का और जल्दी खाओ ताकि पाचन आराम से हो और शरीर को सोते समय रिपेयर का समय मिले।

सोते समय मोबाइल या टीवी देखकर नहीं सोना चाहिए क्योंकि इससे नींद की क्वालिटी खराब होती है। अच्छी नींद मतलब अच्छे हार्मोन, और इसका मतलब अच्छा वीर्य।

हर दिन कुछ वक्त नेचर में बिताओ – जैसे बगीचे में बैठना, पेड़ों के पास चलना। इससे स्ट्रेस कम होता है, दिमाग शांत रहता है, और शरीर में पॉज़िटिव बदलाव आते है.

हर सुबह नंगे पाँव घास पर चलना ना केवल आंखों के लिए, बल्कि सेक्सुअल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद होता है। इससे शरीर का नेचुरल सर्कुलेशन एक्टिव होता है।

खाली पेट लहसुन की 2 कलियाँ चबा कर खाना, ऊपर से गुनगुना पानी पीना शरीर की अंदरूनी सफाई करता है और वीर्य उत्पादन को बढ़ाता है।

जिन लोगों की जीभ पर सफेद परत रहती है या मुंह का स्वाद खराब रहता है, उनमें पाचन बिगड़ा होता है। ऐसे में ‘अजवाइन + काला नमक’ चबाना फायदेमंद रहता है।

सेक्स या हस्तमैथुन के तुरंत बाद गहरी नींद लेना भी वीर्य संरक्षण के लिए जरूरी है, क्योंकि शरीर की ऊर्जा और हार्मोनल रिकवरी वहीं होती है।

मसाज भी एक बेहतरीन उपाय है। सरसों या तिल के तेल से हल्की मसाज करने से ब्लड फ्लो अच्छा होता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिससे स्पर्म हेल्थ सुधरती है।

नीम और गिलोय जैसी औषधियाँ शरीर को अंदर से शुद्ध करती हैं, जिससे शरीर में जमा टॉक्सिन्स दूर होते हैं और वीर्य साफ व शक्तिशाली बनता है।

संतुलित जीवनशैली सबसे बड़ी दवा है — समय पर खाना, सोना, काम करना और रिलैक्स करना। अव्यवस्थित दिनचर्या वीर्य को सबसे ज़्यादा नुकसान देती है।

तलवों में रात को घी या नारियल तेल से हल्की मालिश करने से नींद गहरी आती है, दिमाग शांत रहता है और शुक्रधातु मज़बूत होती है।

अंत में सबसे जरूरी बात – सकारात्मक सोच रखो। चिंता, तनाव और नेगेटिव विचार शरीर में हार्मोन को असंतुलित कर देते हैं। खुशी और आत्मविश्वास से शरीर खुद-ब-खुद ठीक होने लगता है।

और सबसे आखिरी और अमूल्य सलाह – अपने शरीर को समय दो, प्यार दो। यह एक मशीन नहीं है, इसे आराम, पोषण, स्नेह और अनुशासन की जरूरत होती है।

जब तुम अपनी सेहत को प्राथमिकता दोगे, तभी शरीर तुम्हारा साथ पूरी ताकत से देगा।

FAQs

यह रहे स्पर्म बढ़ाने से जुड़े कुछ आम सवाल-जवाब (FAQs) जो लोगों को अक्सर पूछने होते हैं:




1. क्या हस्तमैथुन करने से स्पर्म कम हो जाते हैं?


अगर ज्यादा बार और आदतन किया जाए तो इससे शरीर की ऊर्जा और शुक्र धातु पर असर पड़ सकता है। सीमित मात्रा में और नियंत्रण से करने पर कोई स्थायी नुकसान नहीं होता।

2. क्या खाने से स्पर्म बढ़ते हैं?


हाँ, ज़रूर! देसी घी, दूध, खजूर, सूखे मेवे, लौकी, आंवला, अंकुरित अनाज, कद्दू के बीज, अश्वगंधा जैसे खाद्य पदार्थ स्पर्म क्वालिटी और काउंट दोनों बढ़ाते हैं।

3. क्या धूम्रपान और शराब से स्पर्म पर असर होता है?


जी हाँ, धूम्रपान, शराब, और नशे की दूसरी चीजें स्पर्म की संख्या और गुणवत्ता दोनों को खराब कर देती हैं।

4. कितने दिन में असर दिखता है?


अगर सही खानपान, दिनचर्या और योग-आयुर्वेदिक उपाय अपनाए जाएं, तो 30-90 दिनों में अच्छे नतीजे दिखने लगते हैं।

5. क्या अश्वगंधा और शिलाजीत लेना सही रहेगा?


हाँ, ये दोनों आयुर्वेदिक औषधियाँ स्पर्म क्वालिटी, हार्मोन बैलेंस और शरीर की ताकत के लिए उपयोगी हैं – लेकिन सही मात्रा और ब्रांड से लेना ज़रूरी है।

6. क्या सेक्स से वीर्य खत्म हो जाता है?


नहीं, लेकिन बहुत ज़्यादा बार सेक्स या हस्तमैथुन से वीर्य पतला और कमज़ोर हो सकता है। शरीर को रिकवरी का समय देना जरूरी होता है।

7. क्या स्पर्म कम होने से संतान नहीं हो सकती?


अगर स्पर्म काउंट बहुत कम या जीरो है, तो मुश्किल हो सकती है। लेकिन हल्की कमी को खानपान, दवाओं और जीवनशैली से सुधारा जा सकता है।

8. क्या तनाव से भी स्पर्म पर असर होता है?


बिलकुल, मानसिक तनाव शरीर के हार्मोन बिगाड़ देता है और स्पर्म बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।

9. क्या आयुर्वेदिक इलाज असर करता है?


हाँ, अगर सही डॉक्टर और सही जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाए तो बहुत असरदार हो सकता है – और साइड इफेक्ट भी नहीं होते।

10. डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?


अगर वीर्य बहुत पतला, बहुत कम मात्रा में आता है, लंबे समय से यौन कमजोरी है, या संतान नहीं हो रही – तो तुरंत किसी आयुर्वेदिक या एलोपैथिक स्पेशलिस्ट से सलाह लेनी चाहिए.

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